तुम सुन के क्या करोगे कहानी गरीब की,जो सब की सुन रहा है कहेंगे उसी से हम
ऐसा नहीं के वो मेरे गांव आती नहीबात ये है कि अब वो मुझे बताती नहीं।
इरादे साफ हैं,तभी तो लोग खिलाफ हैं।
Jaan leni thi saaf keh detiKya zarurat thi muskurane ki
बताओ तुमसे कहां राबता किया जाएकभी जो तुमसे ज़रूरत हो बात करने की।
तुझसे बिछड़ के जिंदा हैंजान बहुत शर्मिंदा हैं।
तकलीफ ये नहीं कि मोहब्बत हो गईदर्द ये है कि अब वो भुलाया नहीं जा रहा।
Door hun teri khushi ke liyeYe mat samajhna ki dil nahi dukhta